Index | इतिहास विभाग

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विभाग के बारे में

इतिहास विभाग की स्थापना सामाजिक विज्ञानं के अध्ययनशाला के अंतर्गत वर्ष १९९६ में की गयी. इस प्रकार यह विभाग अपनी स्थापना की १५ वीं वर्षगांठ मना रहा है. विभाग में बी. ए. मध्यकालीन एवं आधुनिक इतिहास में विशेषज्ञता के साथ बी.ए. ओनर्स, एम.ए. एवं पी.एच.डी. पाठ्यक्रम संचालित है. ५ वर्षीय एकीकृत एनातक / परास्नातक पाठ्यक्रम की शुरुआत सत्र २००९-१० से की गई. कक्षा में अध्ययन एवं परीक्षाओं में भाषा का माध्यम हिंदी एवं अंग्रेजी दोनों रहा है. विभाग के विद्यार्थियों का प्रदर्शन उच्चस्तरीय है.

विभाग में शोध एवं अध्ययन का मुख्य केंद्र बिंदु छत्तीसगढ़ के इतिहास विशेष सन्दर्भ में क्षेत्रीय अध्ययन एवं विकास तथा पर्यटन का इतिहास है. एम.फिल. एवं पी.एच.डी. पाठ्यक्रम संचालित होने से विभाग में अकादमिक गतिविधियों को बढ़ावा मिला है. इस प्रक्रिया में विभिन्न गोष्ठियों व्याख्यानों एवं सम्मेलनों के आयोजन के साथ-साथ एतिहासिक महत्त्व के घटनाओं पर प्रसिद्ध इतिहासकारों एवं शिक्षाविदों को भी आमंत्रित किया गया है. विद्यार्थियों को इतिहास का व्यावहारिक ज्ञान कराने हेतु शैक्षणिक भ्रमण एवं परियोजना कार्य में भी संलग्न किया जाता है. साथ ही साथ शोध कार्य एवं अध्ययन हेतु योग्य छात्र राज्य एवं केंद्र सरकार  द्वारा प्रदत्त विभिन्न छात्रवृत्ति एवं अध्येतावृत्ति प्राप्त करने में सफल होते हैं. विभाग द्वारा विद्यार्थियों को विभिन्न सहशैक्षणिक गतिविधियों में रा.से.यो. आदि के माध्यम से सफल सहभागिता के लिए प्रोत्साहित किया जाता है जिससे इनके व्यक्तित्व का चतुर्मुखी विकास हो सके एवं उनके अन्दर सामुदायिक भावना को बढ़ावा मिले.

विभिन्न पाठ्यक्रमों में प्रवेश विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित प्रवेश परीक्षा के माध्यम से तथा/अथवा विश्वविद्यालय नियमों के अनुरूप होता है.